प्रोजेक्ट कुश, जो बनेगा भारत का कवच? पीछे छूट जाएगा इजराइल, US और रूस
भारत अब डीआरडीओ को अपने एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने का काम सौंप दिया है। 2028-2029 तक भारत का यह नवीन सैन्य बल प्रमुख हो सकता है। यह तीन स्तरीय सुरक्षा प्रणाली होगी, जो दुश्मन को अलग-अलग रेंज पर ट्रैक करके भारत पर होने वाले हर हमले को समाप्त कर देगी।
भारत अपनी सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम बना रहा है जो दुश्मन के हर हमले को नाकाम कर देगा। कोई भी देश, चाहे चीन हो या पाकिस्तान, इसे भेद नहीं पाएगा। खास बात यह है कि ये हवाई सुरक्षा प्रणाली इजराइल की हवाई डोम से बहुत बेहतर होगी। ये भी अमेरिकी पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम और रूस के S-400 से मुकाबला करेंगे।
क्या है प्रोजेक्ट कुश?
Project Kush भारत का नया हवाई रक्षा प्रणाली होगा. इसके तहत DRDO लॉग रेंज की सरफेस टू एयर मिसाइल, या LR-SAM बनाया जा रहा है. इनकी अलग-अलग रेंज दुश्मन की हरकत को ट्रैक करके 150, 250 और 350 किमी तक हर हमले को नाकाम कर देगी। रूस से प्राप्त S-400 एयर सिस्टम अभी भारत के पास है।
2028-2029 तक बनेगा भारत की ताकत
भारत का एयर डिफेंस सिस्टम 2028-2029 तक देश की सीमाओं पर तैनात होने की उम्मीद है. डीडी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह दुश्मन के हमलों के साथ-साथ, दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों समेत हर हमलों को भी ट्रैक और ध्वस्त कर सकेगा. कुश के तैनात होने के बाद भारत उन महत्वपूर्ण देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिनके पास अपना लंबी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है. अभी भारत के पास अपना स्वदेशी वेरी-शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम है.