प्याज की किमत ने मचाया हाहाकार उत्तर से दक्षिण तक, इन राज्यों में दाम 70-80 रुपए के पार
प्याज की कीमतें दक्षिणी राज्य पुडुचेरी और उत्तरी राज्य दिल्ली में 70 रुपए से अधिक हो गई हैं। देश के छह राज्यों में प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक है। प्याज की कीमतें बढ़ी हैं क्योंकि उत्पादन कम हो रहा है और सप्लाई समय पर नहीं हो रही है।
प्याज की कीमतें उत्तर से दक्षिण भारत में भारी हैं। भारत सरकार की वेबसाइट, डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने कहा कि पुडुचेरी और उत्तर भारत के एक महत्वपूर्ण राज्य दिल्ली में प्याज की कीमतें 70 रुपए से अधिक हो गई हैं। देश के छह राज्यों में प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक है। प्याज की कीमतें बढ़ी हैं क्योंकि उत्पादन कम हो रहा है और सप्लाई समय पर नहीं हो रही है। सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए बफर स्टॉक की घोषणा की है।
दिल्ली में प्याज की कीमत
दिल्ली में प्याज की कीमत 78 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। देश के किसी भी राज्य में प्याज के सबसे ज्यादा औसत दाम यहीं पर हैं.
पुडुचेरी
दक्षिण भारत के राज्य पुडुचेरी में भी प्याज की कीमतें सबसे ज्यादा हैं. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स की वेबसाइट के अनुसार प्याज की कीमत 70 रुपए है.
गोआ
देश के गोआ राज्य में प्याज बहुत महंगा है। सरकारी वेबसाइट के अनुसार, प्याज आज 67.5 रुपए प्रति किलोग्राम है।
तमिलनाडु में प्याज की कीमत
तमिलनाडु में भी प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. कंज्यूमर अफेयर्स की वेबसाइट के मुताबिक प्याज की कीमत 65.86 रुपए प्रति किलोग्राम है.
क्यों हाे रहा है प्याज की किमतों में इजाफा?
वास्तव में खराब मौसम की वजह से खरीफ प्याज की बुआई में देरी हुई है. इसी वजह से प्याज की फसल पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. वहीं दूसरी ओर प्याज की आवक भी कीमतों के बढ़ने का बड़ा कारण है. खरीफ प्याज की आवक अब तक मंडियों में हो जानी चाहिए थी. प्याज के भंडार में भी लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. यह भंडार पहले रबी प्याज से भरा हुआ था. खरीफ प्याज में देरी के कारण सप्लाई काफी ज्यादा सुस्त देखने को मिल रही है. यही वजह है थोक और खुदरा दोनों बाजारों में प्याज की कीमतें बढ़ रही हैं.