उत्तरायणी पर्व से लेकर अयोध्या में श्रीराम प्रतिष्ठा कार्यक्रम तक: उत्तराखंड में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन होगा

उत्तराखंड में उत्तरायणी पर्व से लेकर अयोध्या में श्रीराम प्रतिष्ठा कार्यक्रम तक उत्सव || इस उत्सव के दौरान, एक विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा || मंदिरों और घाटों पर दीपोत्सव, आरती, रामचरित मानस का पाठ, भजन-कीर्तन का आयोजन भी होगा
उत्तरायणी पर्व के महत्वपूर्ण दिनों में से एक है 14 जनवरी, जिसे अयोध्या में श्रीराम मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन से 22 जनवरी तक उत्सवों के रूप में मनाया जाएगा। इसी दौरान, उत्तराखंड में भी नौ दिनों तक श्रीराम की महिमा गूंथी जाएगी, और प्रदेश भर में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया जाएगा।प्रदेश में संस्कृति एवं धर्मस्व सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल आयुक्त को आदेश जारी किए हैं, जिसके अनुसार 14 से 22 जनवरी तक पूरे प्रदेश में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन होगा। इसमें जिला व ब्लाक स्तर पर महिला और युवक मंगल दल, स्वयं सहायता समूहों समेत आम लोगों की सहभागिता से कलश यात्रा और झांकी निकाली जाएगी।


इस उत्सव के दौरान, एक विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा। इसमें शहरी निकाय, जिला पंचायत, ग्राम पंचायत, सामाजिक संगठनों, स्वयं सहायता समूह, महिला मंडल दल, युवक मंडल दल, स्कूल, कॉलेज शामिल होंगे। इसके माध्यम से प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए समृद्धि प्राप्त की जाएगी।
मंदिरों और घाटों पर दीपोत्सव, आरती, रामचरित मानस का पाठ, भजन-कीर्तन का आयोजन भी होगा। यह सभी धार्मिक आयोजन लोगों को एक साथ लाने और उन्हें एक अद्भुत धार्मिक अनुभव में शामिल करने का एक सुंदर तरीका है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशानिर्देश पर संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग ने प्रदेश भर में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया है। उनका उद्देश्य प्रदेशवासियों को सांस्कृतिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से जोड़कर उन्हें एक समृद्ध और एकत्रित समाज की दिशा में बढ़ने का है।
read more News about uttarkhand