जानिए विवाह पंचमी शुभ मुहूर्त, सही पूजा विधि और महत्व
Vivah Panchami 2023 Shubh Muhurat:
हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि बहुत खास है क्योंकि यह भगवान राम और माता सीता के विवाह की सालगिरह है, जिसे विवाह पंचमी कहा जाता है।
हर साल विवाह पंचमी का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. विवाह पंचमी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होती है. भगवान श्री राम और माता सीता की शादी की सालगिरह के रूप में विवाह पंचमी मनाई जाती है.
पूजा विधि विवाह पंचमी
विवाह पंचमी के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद मंदिर में जाकर अपने आप को साफ करें। इसके बाद भगवान श्री राम और माता सीता विवाह का संकल्प लें अब चौकी पर भगवान राम और सीता माता की तस्वीर या प्रतिमा रखें। भगवान राम को पीला रंग अच्छा लगता है, और माता सीता को लाल रंग अच्छा लगता है। राम भगवान को पीला वस्त्र और सीता मां को लाल वस्त्र दें। इसके बाद विवाह प्रसंग का पाठ करके दोनों को एकजुट करें। फल, फूल और मिठाई का भोग लगाकर आरती करें। आरती के बाद भोजन सभी को दें।
Vivah Panchami Upay
यदि शादी योग्य युवक या युवती के विवाह में समस्या आ रही है या फिर बार बार रिश्ता पक्का करने के बाद भी टूट रहा है तो ऐसे में विवाह पंचमी के दिन विधि विधान से भगवाीन राम और माता सीता का विवाह कराएं. ऐसा करने से कुंडली में विवाह संबंधित दोष समाप्त हो जाते हैं.