Dark Pattern सरकार ने क्यों लगाया बैन? क्या है ‘डार्क पैटर्न
Dark Pattern डार्क पैटर्न दिशानिर्देश (Dark Pattern Guidelines)
डार्क पैटर्न ने ग्राहकों की सुरक्षा करने के लिए डार्क पैटर्न बैन लगाने का फैसला लिया है। क्या आप जानते हैं कि डार्क पैटर्न क्या है और उसने आपको अब तक किस तरह से भ्रमित किया है?
What is Dark Pattern? (डार्क पैटर्न को आसान शब्दों में समझाते हैं)
सरकार ने ग्राहकों को बचाने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स द्वारा चलाए जा रहे Dark Pattern का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया है। सरल शब्दों में, आपने अक्सर ई-कॉमर्स साइट्स पर देखा होगा कि स्टॉक खत्म होने वाला है या सिर्फ 1 या 2 उत्पाद बचे हैं जब आप कुछ खरीदते हैं, सरल भाषा में बताएं तो डार्क पैटर्न के जरिए ग्राहकों को गुमराह करने का काम किया जाता है.
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि ये नियम गुड्स एंड सर्विस वाले सभी प्लेटफॉर्म्स पर लागू किया जाएगा. CCPA यानी सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने हाल ही में इस मामले में नोटिफिकेशन भी जारी किया है.
What is Dark Pattern?( खरीदारी के लिए किया जाता है ग्राहकों को मजबूर)
अब डार्क पैटर्न (Dark Pattern)के माध्यम से कंपनियां अपने ग्राहकों को मजबूर करती हैं। कंपनियां डार्क पैटर्न का उपयोग करके ग्राहकों को धोखा देने वाले विज्ञापन दिखाती हैं, जिससे कंज्यूमर्स राइट्स का उल्लंघन होता है। लेकिन अब सिर्फ इतना ही नहीं, सरकार ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करता है तो कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत जुर्माना लगेगा।
Example- जब आप ऑनलाइन फ्लाइट टिकट बुक करते होंगे, तो आपको लिखा मिलता होगा कि कुछ ही सीटें बची हैं। ये देखते ही व्यकित हड़बड़ाकर सीट को तुरंत बुक कर लेता है.
गलत क्यों है? आखिर Dark Pattern
आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर इसमें गलत ही क्या है? डार्क पैटर्न का इस्तेमाल ग्राहकों को मेन्युप्लेट करने के लिए किया जाता है जिससे कि ग्राहक कंपनी का प्रोडक्ट खरीद लेते हैं.