पेपर लीक केस में नया मोड़ अब यूपी पुलिस की एंट्री, मास्टरमाइंड खालिद पर बढ़ी नजर; क्या मामला
 
 उत्तराखंड पेपर लीक मामले में नई जांच की शुरुआत
उत्तराखंड के चर्चित पेपर लीक कांड में अब उत्तर प्रदेश पुलिस की एंट्री हो गई है। मेरठ एसटीएफ (STF) ने मुख्य आरोपी खालिद की कस्टडी के लिए कोर्ट में आवेदन किया है। फिलहाल यह मामला सीबीआई की जांच में है।
सीबीआई के हाथ में है केस की कमान
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक केस की जांच इस समय सीबीआई कर रही है। एजेंसी ने इस मामले में मास्टरमाइंड खालिद, उसकी दो बहनों हिना और साबिया, तथा प्रोफेसर सुमन को आरोपी बनाया है। अब यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने भी इस केस में बी वारंट दाखिल किया है ताकि खालिद को अपने केस में रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा सके। हालांकि, कोर्ट ने अभी तक तारीख तय नहीं की है।
खालिद के यूपी गैंग से गहरे संबंध
जांच में सामने आया है कि खालिद का सीधा संपर्क उत्तर प्रदेश के पेपर लीक गैंग से था। वह उन्हें तकनीकी उपकरण और परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने की योजना में मदद करता था। यूपी एसटीएफ लंबे समय से खालिद की तलाश में थी, लेकिन अब तक कोई पक्का सुराग नहीं मिला था। देहरादून पुलिस की जांच में खालिद के यूपी नेटवर्क से संबंधों की पुष्टि होने के बाद यह बड़ा खुलासा हुआ है।
मेरठ पुलिस ने कोर्ट में किया आवेदन
मेरठ एसटीएफ को जब खालिद का पता चला तो उन्होंने देहरादून कोर्ट में बी वारंट पर ले जाने का आवेदन किया। जांच में यह भी सामने आया कि खालिद कोई नया चेहरा नहीं, बल्कि पुराना मास्टरमाइंड है। अब सीबीआई को खालिद और यूपी गैंग के बीच के पूरे नेटवर्क को समझना होगा, ताकि यह पता चल सके कि किन-किन परीक्षाओं में उसने भूमिका निभाई।
 
  
 



 
  
  
  
  
  
  
  
  
 